
पटना। पूर्व सांसद सह चित्रगुप्त आदि मंदिर प्रबंधक समिति के अध्यक्ष आरके सिन्हा ने जातीय गणना की रिपोर्ट पर सवाल खड़ा किया है। उनके मुताबिक कई घरों में जनगणना की गई ही नहीं. गुरुवार को राजधानी के सहाय सदन में प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने दावा किया कि केवल पटना में कायस्थों की संख्या लगभग 10 लाख है। पटना के सभी विधानसभा सीटों कायस्थ जाति का वोट निर्णायक है। जातीय गणना पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि कई घरों में जनगणना के लिए टीम गई ही नहीं। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि उनके ही घर पर टीम नहीं पहुंची है। यदि उनके घर जातीय गणना का साक्ष्य है तो प्रशासन उसे दिखाए.
चित्रगुप्त पूजा में कायस्थ दिखायेंगे ताकत :
चित्रगुप्त पूजा 15 नवंबर को होगा। कहा कि इस वर्ष कायस्थ चित्रगुप्त पूजा 15 नवंबर को मनाएंगे। 14 नवंबर दोपहर में यमद्वितीया प्रारंभ हो रही है। इसलिए इसके अगले दिन उदयातिथि में चित्रगुप्त पूजा होगी। इस दिन भगवान चित्रगुप्त की प्रतिमा बैठायी जाएगी। मौके पर निर्मल श्रीवास्तव, सुदामा प्रसाद सिन्हा, मनोज कुमार, आनंद प्रसाद, अमिताभ वर्मा, राजेश कुमार, मनीष किशोर मौजूद रहे।
जातीय जनगणना पर सवाल :
पूर्व सांसद सिन्हा के मुताबिक जनगणना की टीम कई घरों में गई ही नहीं, उन्होंने प्रसाशन को चुनौती देते हुए कहा यदि उनके घर के जातीय जनगणना का कोई सबूत है तो प्रसाशन सबूत पेश करे. हालाँकि उन्होंने कहा कायस्थों को कम दिखाना एक साजिस है, कायस्थ पढ़ी लिखी जात है नजरअंदाज न करें, हर जगह कायस्थ निर्णायक अवस्था में हैं.